Credit Cards Discounts: आखिर क्रेडिट कार्ड पर क्यों मिलता है डिस्काउंट, इससे कैसे कमाई करते हैं बैंक?​on October 2, 2025 at 10:26 am

<p style=”text-align: justify;”><strong>Credit Cards Discounts:&nbsp;</strong>आजकल शॉपिंग से लेकर लोन लेने तक हर चीज के लिए लोग प्लास्टिक मनी यानी कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. धीरे-धीरे प्लास्टिक मनी कैश को रिप्लेस करती जा रही है और इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल युवा करते हैं. सबसे खास बात यह है कि अगर आपके पास अभी पैसे नहीं है तो आपको मन मारने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि आप इसकी मदद से कुछ भी खरीद कर बाद में भुगतान कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इतना ही नहीं ये क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपको उनका कार्ड लगातार इस्तेमाल करने पर काफी कैशबैक ऑफर्स और भरी डिस्काउंट भी देती हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस तरह डिस्काउंट देने से इन कंपनियों को क्या फायदा होता है और बैंक कैसे इनसे कमाई करते हैं? आइए जानते है इस बारे में.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्रेडिट कार्ड से कैसे होती है बैंक की कमाई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>1. मर्चेंट फीस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जब भी आप पेमेंट करने के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो बैंक मर्चेंट फीस लेते हैं. मर्चेंट फीस एक तरह का शुल्क होता है जो बैंक किसी मर्चेंट से वसूलते हैं. ये फीस बैंक के इन्फ्रास्ट्रक्चर, सिक्योरिटी और ट्रांजैक्शन प्रोसेसिंग खर्च के तौर पर ली जाती है. आमतौर पर ये फीस 2 से 3% के बीच होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2. क्रेडिट कार्ड पर ब्याज </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जब आपके क्रेडिट कार्ड से कोई समान उधार पर खरीदते है तो बैंक इस पैसे को लौटाने के लिए 45 दिन का समय देता है. इन 45 दिनों तक बैंक इस पैसे पर कोई ब्याज नहीं लगता, लेकिन ड्यू डेट के खत्म होने के बाद भी अगर कोई बैंक को पैसे नहीं लौटाता है तो बैंक उसपे ब्याज लगाना चालू कर देता है. यह ब्याज दर सालाना 30 से 38 प्रतिशत के बीच होती है. इसके अलावा अगर आप EMI बनवाते हैं तो उसपर भी बैंक काफी ज्यादा ब्याज लगते हैं और कमाई करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>3. मार्केटिंग टाई अप चार्ज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अब बात करें अगर डिस्काउंट्स की तो बैंक्स कई कंपनियों से मार्केटिंग टाई अप चार्ज भी लेते हैं. यानी आपने किसी कंपनी से कोई सामान खरीदा और उन्होंने आपको पेमेंट मोड में किसी विशेष बैंक का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने पर छूट दी. ऐसे में ब्रांड्स इन छूट के जरिए अधिक ग्राहकों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं. जब आपको क्रेडिट कार्ड से कुछ खरीदने पर छूट मिलती है तो अगला बार लोग डिस्काउंट के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ही बेहतर समझते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़े : <a href=”चेक बाउंस होने पर कहां कर सकते हैं शिकायत, कितने दिन में होती है सुनवाई?”>चेक बाउंस होने पर कहां कर सकते हैं शिकायत, कितने दिन में होती है सुनवाई?</a></strong></p>

​<p style=”text-align: justify;”><strong>Credit Cards Discounts:&nbsp;</strong>आजकल शॉपिंग से लेकर लोन लेने तक हर चीज के लिए लोग प्लास्टिक मनी यानी कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. धीरे-धीरे प्लास्टिक मनी कैश को रिप्लेस करती जा रही है और इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल युवा करते हैं. सबसे खास बात यह है कि अगर आपके पास अभी पैसे नहीं है तो आपको मन मारने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि आप इसकी मदद से कुछ भी खरीद कर बाद में भुगतान कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इतना ही नहीं ये क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपको उनका कार्ड लगातार इस्तेमाल करने पर काफी कैशबैक ऑफर्स और भरी डिस्काउंट भी देती हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस तरह डिस्काउंट देने से इन कंपनियों को क्या फायदा होता है और बैंक कैसे इनसे कमाई करते हैं? आइए जानते है इस बारे में.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्रेडिट कार्ड से कैसे होती है बैंक की कमाई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>1. मर्चेंट फीस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जब भी आप पेमेंट करने के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो बैंक मर्चेंट फीस लेते हैं. मर्चेंट फीस एक तरह का शुल्क होता है जो बैंक किसी मर्चेंट से वसूलते हैं. ये फीस बैंक के इन्फ्रास्ट्रक्चर, सिक्योरिटी और ट्रांजैक्शन प्रोसेसिंग खर्च के तौर पर ली जाती है. आमतौर पर ये फीस 2 से 3% के बीच होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2. क्रेडिट कार्ड पर ब्याज </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जब आपके क्रेडिट कार्ड से कोई समान उधार पर खरीदते है तो बैंक इस पैसे को लौटाने के लिए 45 दिन का समय देता है. इन 45 दिनों तक बैंक इस पैसे पर कोई ब्याज नहीं लगता, लेकिन ड्यू डेट के खत्म होने के बाद भी अगर कोई बैंक को पैसे नहीं लौटाता है तो बैंक उसपे ब्याज लगाना चालू कर देता है. यह ब्याज दर सालाना 30 से 38 प्रतिशत के बीच होती है. इसके अलावा अगर आप EMI बनवाते हैं तो उसपर भी बैंक काफी ज्यादा ब्याज लगते हैं और कमाई करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>3. मार्केटिंग टाई अप चार्ज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अब बात करें अगर डिस्काउंट्स की तो बैंक्स कई कंपनियों से मार्केटिंग टाई अप चार्ज भी लेते हैं. यानी आपने किसी कंपनी से कोई सामान खरीदा और उन्होंने आपको पेमेंट मोड में किसी विशेष बैंक का क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने पर छूट दी. ऐसे में ब्रांड्स इन छूट के जरिए अधिक ग्राहकों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं. जब आपको क्रेडिट कार्ड से कुछ खरीदने पर छूट मिलती है तो अगला बार लोग डिस्काउंट के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ही बेहतर समझते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़े : <a href=”चेक बाउंस होने पर कहां कर सकते हैं शिकायत, कितने दिन में होती है सुनवाई?”>चेक बाउंस होने पर कहां कर सकते हैं शिकायत, कितने दिन में होती है सुनवाई?</a></strong></p>  

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